Thursday, August 14, 2008

Smile please!

Another one, so beautiful and soothing. I just feel like keep listening to these all night ...

ज़िन्दगी में सदा मुस्कुराते रहो
फासले कम करो दिल मिलाते रहो

दर्द कैसा भी हो आँख नम ना करो
रात काली सही कोई ग़म ना करो
एक सितारा बनो जगमगाते रहो
ज़िन्दगी में सदा मुस्कुराते रहो ...

बांटना है अगर बाँट लो हर खुशी
ग़म न जाहिर करो तुम किसी पे कभी
दिल की गहरायी में ग़म छुपाते रहो
ज़िन्दगी में सदा मुस्कुराते रहो ...

अश्क अनमोल हैं खो ना देना कहीं
इनकी हर बूँद है मोतियों से हसीन
इनको हर आँख से तुम चुराते रहो
ज़िन्दगी में सदा मुस्कुराते रहो ...

- Jagjit Singh [Jazbaa (2008)]

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